Monday, June 8, 2015

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सुहागरात में दूध पीने का ये है कारण

शादी-विवाह का अहम और आखिरी पड़ाव सुहागरात होता है. इसी आखिरी पड़ाव के बाद नवविवाहित जोड़े गृहस्थ जीवन में प्रवेश करते हैं. नवविवाहित जोड़े अपनी सुहागरात को लेकर कई तरह के सपने मन में बसा कर रखते हैं. इस समय को स्पेशल बनाने के लिए नवविवाहित जोड़ा कई तरह की कोशिशें करता है जैसे इस रात को दूध से भरा ग्लास पीना एक जरूरी रस्म माना जाता है. 


आइए जानते हैं कि क्यों दूध से भरा ग्लास सुहागरात में फायदेमंद होता है?
यदि आपकी शादी हो गई है तो आपको अपनी सुहागरात में दूध से भरा ग्लास पीने का सौभाग्य जरूर मिला होगा, और यदि आप कुंवारे हैं तो फिल्मों और टेलीविजन सीरियल में सुहागरात में दुल्हन को दूल्हें के लिए दूध का ग्लास लाते जरूर देखा होगा. हिन्दू धर्म में यह परंपरा बेहद प्रचलित है पर इस परंपरा की शुरूआत कब हुई इस पर संशय है.





साधारण नहीं विशेष दूध होता है
सुहागरात में नवविवाहित के लिए खास तरह से दूध को तैयार किया जाता है. यह दूध कई तरह के तत्वों से बना होता है. विशेष रूप से तैयार यह दूध नव जोड़ों के लिए गुणकारी होता है. इस परंपरा के पीछे वैज्ञानिक कारण भी है.
किस तरह दूध गुणकारी होता है
शादी की पहली रात दूल्हे को दिये जाने वाले इस खास दूध में काली मिर्च और बादाम मिलाए जाते हैं. जब दूध को उबाल दिया जाता है तो इनसे कुछ ऐसे तत्व निकलते हैं जो पार्टनर के साथ शारीरिक संबंध बनाने की इच्छा को प्रबल करते हैं. इस कारण नवदंपत्ति के संबंध बेहतर बनते हैं.


दूध के बहाने
पहले ज्यादातर ऐसा होता था कि दूल्हा और दुल्हन शादी से पहले एक दूसरे से अंजान होते थे. इस वजह से शादी की पहली रात दूल्हा-दुल्हन काफी नर्वस रहते थे. दूध के बहाने दोनों में बातचीत का सिलसिला आगे बढ़ जाता था. जिससे नर्वसनेस कम हो जाती थी. मान्यता है कि एक ही ग्लास से दूध पीने से प्यार बढ़ता है.

दूध नहीं दवा है
हल्दी काली मिर्च और सौंफ से युक्त यह दूध कई गुणों से परिपूर्ण होता है. उपरोक्त तत्वों से युक्त दूध में एंटी बैक्टीरियल और प्रतिरक्षा बढ़ाने वाले तत्व मौजूद होते हैं. जब कोई पहली बार शारीरिक संबंध बनाता है, तो इंफेक्शन होने का काफी खतरा बना रहता है. ये खास दूध प्रतिरक्षा बढ़ाकर ये जोखिम कम कर देता है.
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